हरियाणा के सरकारी स्कूलों में बच्चों के लिए मुफ्त मेडिकल कोचिंग की शुरुआत
हरियाणा के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। राज्य सरकार ने गरीब और मेधावी छात्रों के डॉक्टर बनने के सपने को साकार करने के लिए मुफ्त मेडिकल कोचिंग सुविधा की घोषणा की है। अब इन छात्रों को निजी कोचिंग संसाधनों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।
शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा का बयान 🎤
शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने विभाग को निर्देश दिया है कि वे कक्षा 10वीं और 12वीं के मेडिकल स्ट्रीम के छात्रों के लिए इस योजना का पूरा खाका तैयार करें। इस कोचिंग का उद्देश्य है कि छात्र एनईईटी और अन्य मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं में सफल हो सकें। ढांडा ने कहा, “हमारी सरकार के पास इसका पूरा इन्फ्रास्ट्रक्चर है और जरूरत पड़ने पर प्राइवेट शिक्षकों की सेवाएं भी ली जाएंगी। राज्य सरकार स्टूडेंट्स को उनके लक्ष्य तक पहुंचाने में किसी भी सूरत में पीछे नहीं हटेगी।”
योजना का पायलट प्रोजेक्ट 🚀
पहले चरण में इस योजना को एक जिले में पायलट परियोजना के रूप में शुरू किया जाएगा। सफलता के बाद इस योजना का विस्तार पूरे राज्य में किया जाएगा। सरकारी स्कूलों के विषय विशेषज्ञ शिक्षकों को कोचिंग देने की जिम्मेदारी दी जाएगी और जरूरत पड़ने पर निजी कोचिंग संस्थानों के विशेषज्ञ शिक्षकों की भी नियुक्ति की जाएगी।
मेडिकल कोचिंग की प्रक्रिया 📝
शिक्षा विभाग प्रदेशभर में मेडिकल की पढ़ाई करने वाले होनहार छात्रों के लिए कोचिंग का प्रबंध करेगा। सरकार का उद्देश्य है कि कोई भी होनहार छात्र आर्थिक तंगी के कारण अपने सपनों से वंचित न रह जाए।
योजना | विवरण |
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लक्ष्य | एनईईटी और अन्य मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं के लिए मुफ्त कोचिंग |
लाभार्थी | कक्षा 10वीं और 12वीं के मेडिकल स्ट्रीम के छात्र |
शुरुआत | एक जिले में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में |
संसाधन | सरकारी और प्राइवेट शिक्षकों द्वारा कोचिंग |
इन्फ्रास्ट्रक्चर | सरकारी स्कूलों और जरूरत पड़ने पर निजी कोचिंग संस्थानों का उपयोग |
मुफ्त कोचिंग का उद्देश्य 🎯
इस योजना का मुख्य उद्देश्य है कि गरीब परिवारों के बच्चे भी मेडिकल क्षेत्र में उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकें और अपने सपनों को साकार कर सकें। शिक्षा मंत्री ने कहा, “हमारा उद्देश्य है कि हरियाणा का कोई भी मेधावी छात्र आर्थिक तंगी के कारण अपने सपनों से वंचित न रह जाए।”